नई दिल्ली :जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि आगामी सप्ताह में, निवेशकों की नजर भारत और अमेरिका के मुद्रास्फीति डेटा पर रहेगी. भारत में महंगाई दर बढ़ने की संभावना है, जबकि अमेरिकी मुद्रास्फीति स्थिर रहेगी. भारतीय औद्योगिक और विनिर्माण उत्पादन में भी विस्तार की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने कहा कि फेड नीति बैठक के नतीजे बाजार की भावनाओं को आकार देने में अहम भूमिका निभाएंगे.
मजबूत घरेलू जीडीपी विकास दर में बढ़ोतरी के कारण भारतीय बाजार ने सर्वकालिक उच्चतम स्तर हासिल किया. आरबीआई द्वारा दरों को यथास्थिति बनाए रखने के बावजूद, वित्त वर्ष 2024 के लिए जीडीपी विकास पूर्वानुमान (6.5 प्रतिशत से 7 प्रतिशत) ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया. उन्होंने कहा कि एसडीएफ और एमडीएफ सुविधाओं को वापस लेने सहित तरलता की कमी को दूर करने के उपायों ने वित्तीय स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे सप्ताह के दौरान निफ्टी बैंक में 5 प्रतिशत की बढ़त हुई.