चेन्नई:दो दिवसीय तमिलनाडु ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट (जीआईएम), सरकार का महत्वाकांक्षी बड़ा आयोजन, 7 जनवरी को चेन्नई ट्रेड सेंटर में शुरू हो गया है. इस संस्करण में 9 भागीदार देश और 30 से अधिक भाग लेने वाले देश होंगे. 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का नारा मई 2021 के बाद से स्टालिन सरकार का नारा रहा है. जबकि तमिलनाडु ने 2015 और 2019 में जीआईएम के दो पिछले संस्करण आयोजित किए हैं.
यह एम.के. स्टालिन सरकार के तहत पहला संस्करण होगा. सरकार का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं और महिला कार्यबल के लिए अधिक रोजगार पैदा करना है. एक अन्य क्षेत्र जिसमें कुछ विकास हुआ है वह है कृष्णागिरि और होसुर क्षेत्र, उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण बाजार तेजी से बढ़ रहा है.
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने किया निवेश का वादा
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, जेएसडब्ल्यू एनर्जी और टीवीएस ग्रुप जैसी कंपनियों ने राज्य को हजारों करोड़ रुपये देने का वादा किया है. क्योंकि यह कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य भारतीय राज्यों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच एक निवेश गंतव्य के रूप में अपना नेतृत्व फिर से हासिल करना चाहता है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का इरादा तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले में एक एनक्लोजर विनिर्माण और मोबाइल फोन असेंबली इकाई के लिए 12,082 करोड़ रुपये का निवेश करने का है. इस योजना से 40,500 रोजगार का मिलने का अनुमान है.