टाटा मोटर्स के स्टॉक 2023 में हुए दोगुना, ब्रोकरेज फर्म ने टारगेट प्राइस को किया अपग्रेड - टाटा मोटर्स स्टॉक
Tata Motors stock doubled in 2023- ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन ने टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयरों को न्यूटरल की पिछली सिफारिश से अधिक वजन में अपग्रेड कर दिया है. साल 2023 में टाटा मोटर्स का स्टॉक एकमात्र है, जो दोगुना हो गया. इस वजह से उसे अपने उच्चतम मूल्य लक्ष्य के साथ अपग्रेड मिला है. पढ़ें पूरी खबर...
मुंबई:ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन ने टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयरों को न्यूटरल की पिछली सिफारिश से अधिक वजन में अपग्रेड कर दिया है. इसने टाटा मोटर्स पर अपने टारगेट प्राइस को पहले के 680 रुपये से बढ़ाकर 925 रुपये प्रति यूनिट कर दिया है. संशोधित टारगेट प्राइस 18.2 फीसदी की संभावित वृद्धि का संकेत देता है. यह किसी भी विश्लेषक द्वारा सड़क पर टाटा मोटर्स के लिए हाइस्ट टारगेट प्राइस भी है.
जेपी मॉर्गन ने उल्लेख किया कि टाटा मोटर्स पर उनके अपग्रेड के पीछे प्राथमिक कारणों में से एक जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) में उम्मीद से बेहतर मार्जिन और फ्री-कैश-फ्लो (एफसीएफ) डिलीवरी थी. जेएलआर ने सितंबर तिमाही के दौरान 300 मिलियन डॉलर के मुफ्त नकदी प्रवाह की सूचना दी थी. जेएलआर में मार्जिन को मजबूत करना, वैश्विक लक्जरी कार निर्माताओं द्वारा वॉल्यूम से अधिक लाभप्रदता को प्राथमिकता देना अपग्रेड के पीछे एक अन्य कारक था.
टाटा मोटर्स ने भारतीय बाजार में बनाया जगह जेपी मॉर्गन ने कहा कि टाटा मोटर्स ने प्रतिस्पर्धियों के लॉन्च के बावजूद भारत में पैसेंजर व्हीकल बाजार में एक लचीली बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी है. टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल मार्केट हिस्सेदारी वर्तमान में वित्तीय वर्ष 2020 में 5 फीसदी से कम होकर 14.4 फीसदी है. जेपी मॉर्गन के अनुसार, कंपनी के लोन में कमी से टाटा मोटर्स की प्रति शेयर आय (ईपीएस) में अस्थिरता कम हो जाएगी और संभावित पुन: रेटिंग को बढ़ावा मिलेगा. इसने वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए ईपीएस अनुमान को 20 फीसदी से 30 फीसदी तक बढ़ा दिया है.
टाटा मोटर्स का 2023 में 100 फीसदी का हुआ बढ़ोतरी दिसंबर में टाटा मोटर्स ने घरेलू बिक्री में साल-दर-साल 4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 76,138 इकाइयों की सूचना दी. हालांकि, कुल CV बिक्री केवल 1 फीसदी बढ़कर 34,180 इकाई हो गई. टाटा मोटर्स के शेयरों में 2023 में 100 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे यह निफ्टी 50 का एकमात्र घटक बन गया जो वर्ष के दौरान दोगुना हो गया.