नई दिल्ली : केंद्र सरकार जनहित के लिए कई सारी स्मॉल सेविंग स्कीम्स चलाती है. वहीं प्राइवेट बैंक भी इस मामले में पीछे नहीं है. सरकारी योजना के बारे में- भारत सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को प्रोत्साहित करते हुए साल 2015 में बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी. ये उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो थोड़ा-थोड़ा पैसे निवेश करके भविष्य में अच्छा फंड बनाना चाहते हैं. इस स्कीम के तहत 7.5 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है. इसलिए लोगों के बीच ये योजना हिट है. अमृतकाल में जागरुकता अभियान के दौरान 2 दिन में इस योजना के तहत 11 लाख खाते खोले गए हैं और हर साल औसतन 33 लाख खाते खोले जाते हैं. इस योजना की शुरुआत से लेकर अब तक लगभग 2.7 करोड़ सुकन्या समृद्धि खाते खुलवाएं जा चुके हैं.
सुकन्या और LIC कन्यादान स्कीम को समझें:बेटियों को फायदा पहुंचाने के लिए 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत आप आपनी बेटी के नाम से उसका अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस खाते में न्यूनतम 250 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं. इस योजना के तहत अकाउंट में 7.6 फीसदी की रेट से इंटरेस्ट रेट मिलता है. हालांकि पहले 2021 में इंटरेस्ट रेट 9.1 फीसदी थी. वहीं LIC कन्यादान योजना के तहत 3,600 रुपए महीना निवेश कर मैच्योरिटी पर 27 लाख रुपए पा सकते है. पॉलिसी के शुरुआती तीन साल में 50,000 रुपए का निवेश करना होगा. इसके बाद मैच्योरिटी पूरी होने पर आपको 27 लाख रुपए सौंपे जाएंगे. इस स्कीम के तहत बीमा की न्यूनतम समयावधि 13 साल और अधिकतम 25 साल है. वहीं, न्यूनतम बीमा की राशि 1 लाख रुपए हैं.
इनकम टैक्स में छूट :सुकन्या समृद्धि योजना और LIC कन्यादान स्कीम दोनों ही इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80c के तहत टैक्स छूट दी जाती है. सुकन्या योजना कि सबसे खास बात ये है कि आपको अकाउंट खोलने से लेकर 18 साल तक ही पैसे जमा करने होगें. जबकि आपकी बेटी को 21 साल की उम्र तक इंटरेस्ट मिलता रहेगा. वहीं, LIC कन्यादान स्कीम के तहत बीमा की न्यूनतम समयावधि 13 साल और अधिकतम 25 साल है. इस पॉलिसी में निवेशकों के लिए पेमेंट पर इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80C को तहत छूट मिलती है. 80C के तहत 1.50 लाख रुपए की टैक्स छूट की लिमिट है.