मुंबई: कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार ग्रीन जोन में बंद हुआ. बीएसई पर सेंसेक्स 318 से ज्यादा अंकों की बढ़त के साथ 69,840 पर हुआ क्लोज. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 0.34 फासदी अंकों की बढ़त के साथ 20,972 पर हुआ बंद. निफ्टी 50 बेंचमार्क ने शुक्रवार को पहली बार 21,000 का आंकड़ा पार किया क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा और वित्त वर्ष 2024 के सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया. निफ्टी सूचकांक को 11 सितंबर को 20,000 अंक से 21,000 अंक पार करने में 60 कारोबारी सत्र लगे.
सेंसेक्स में भी बढ़त रही
वहीं, बीएसई सेंसेक्स में भी बढ़त रही और यह 300 अंक उछलकर 69,888 की नई ऊंचाई पर पहुंच गया. हालांकि, इसके बाद बीएसई सूचकांक में बढ़त कम हो गई और यह लगभग 100 अंक ऊपर 66,664 पर था. व्यापक सूचकांक तीव्र मुनाफावसूली के दायरे में आ गए और दोनों - बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 1 प्रतिशत तक नीचे आ गए.
कुछ महीनों के अच्छे आंकड़ों के कारण आरबीआई गवर्नर द्वारा आत्मसंतुष्ट ना होने की चेतावनी के बाद बिकवाली को जिम्मेदार ठहराया गया. दास ने स्पष्ट किया कि नीति में ढील कहीं भी नहीं है और अभी तक विचाराधीन नहीं है, खाद्य पदार्थों की अस्थिर कीमतों के कारण मुद्रास्फीति का परिदृश्य अनिश्चित बना हुआ है.