स्माइली चॉकलेट्स महिलाओं की जिंदगी में घोल रही है मिठास, जानें कैसे
दिवाली नजदीक आ चुका है. ऐसे में हर घर में तरह-तरह की चॉकलेट्स की खरीदारी की जाती है. जम्मू की महिला कारोबारी पूजा कुमारी की चॉकलेट्स की कामयाबी की कहानी है, जिसने कई महिलाओं को सपनों में रंग भरना सिखाया है. पढ़ें पूरी खबर...(Smiley Chocolates, Jammu, Happy Diwali, Diwlali2023, Diwali shopping, Festive season, Sales of Chocolates, Business, Women Chocolates Business)
"स्माइली चॉकलेट्स" अपने पैरों पर खड़े होने का सपना देख रही महिलाओं की जिंदगी में घोल रही है मिठास
जम्मू कश्मीर: त्योहार के पहले मार्केट में उसकी तैयारी शुरू हो जाती है. अनेक तरह के चीज बाजार में बिक रहे है. लेकिन त्योहार को मीठा तो मिठाई या चॉकलेट ही कर सकता है. त्योहार के समय हर कोई अपना बिजनेस बढ़ाना चाहता है. ऐसे ही एक जम्मू की कारोबारी महिला पूजा की कहानी को बताते है जो महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है. जम्मू के बाहरी इलाके कोट-भलवाल में महिलाओं का एक ग्रुप त्योहार पर बिक्री के लिए चॉकलेट बनाता है.
इस ग्रुप को लीड पूजा कुमारी करती है, जिन्होने यूट्यूब वीडियो के जरिये चॉकलेट बनाना सीखा. वहीं से पैकेजिंग और मार्केटिंग भी सीखी. पूजा और महिलाएं मिलकर 'स्माइली चॉकलेट्स' ब्रांड के तहत चॉकलेट बनाती है. इस ब्रांड को घरेलू महिला पूजा देवी ने शुरू किया था. वहां की महिलाओं ने बताया कि वे ढाई-तीन घंटे रोज काम करती हैं. साथ ही कहा कि मार्केट से 'स्माइली चॉकलेट्स' की डिमांड भी अच्छी खासी आ रही है. जैसा कि आपको पता है कि दीवाली है तो चॉकलेट की कितनी डिमांड होती है. काफी बच्चे भी पसंद करते हैं.
प्रतिकात्मक तस्वीर
पहली बार में ही लोगों को पसंद आया कारोबारी महिला पूजा देवी ने बताया कि उन्हें कम से कम तीन से चार महीने लगे इसको पूरा अपनी लोकेशन में लाते हुए. इसे पूरी तरह से स्थापित भी पूजा ने ही किया है. पूजा कुमारी ने बताया कि जब उन्होंने यूट्यूब वीडियो पर चॉकलेट देखा तो उन्हें लगा की वे कर सकती है. इसको बनाना सीख लिया तो फिर इसको बनाया, घर में टेस्ट किया, फिर उसे लोकल मार्केट डिलीवरी शुरू की, कुछ ज्यादा नहीं, करीब 50 पीस उनको पहली बार दिया था. लोगों ने कहा की अच्छा है.
महिलाओं की सिढ़ी बनी पूजा पूजा को उम्मीद योजना से पूजा को मदद मिली थी. ये योजना जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन चला रहा है. आगे दूसरी महिला ने बताया कि उम्मीद योजना से जुड़ने के बाद, पहले तो उसकी मार्केटिंग मिल गई, इसके बाद पूजा कुमारी उन्हें चॉकलेट बनाना सिखा रही है. पूजा अपना कारोबार तो चलाती ही हैं, साथ ही उन्होंने 35 महिलाओं को चॉकलेट बनाना सिखा कर अपने पैरों पर खड़ा किया है.