नई दिल्ली : मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चांदी में तेजी जारी रहने की संभावना है और अगली कुछ तिमाहियों में इसमें 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. हालांकि 2023 के पहले चार महीनों में चांदी को उच्च मूल्य स्तरों पर कुछ अस्थिरता का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में कहा गया है कि हर बड़ी गिरावट के बाद घरेलू चांदी की कीमतों में ऊंचे स्तर पर बदलाव देखा जा रहा है और यह प्रवृत्ति जारी रहने की उम्मीद है.
एमओएफएसएल 70,500 रुपये पर तत्काल समर्थन के साथ निचले स्तरों पर निरंतर संचय की सलाह दे रहा है, जबकि मजबूत मध्यम अवधि का समर्थन 68,000 रुपये पर है. उच्च स्तर पर MOFSL अगले 12 महीनों में कीमतें 82 हजार और उसके बाद 85 हजार रुपये का लक्ष्य रख सकता है.
2023 की शुरुआत में, चांदी का प्रदर्शन मजबूत रहा, पहले चार महीनों में लगभग 11 प्रतिशत की बढ़त हुई और कुल मिलाकर 6 प्रतिशत की बढ़त बरकरार रही. प्रारंभिक रैली अमेरिकी बैंकिंग और लोन क्षेत्रों में चिंताओं से प्रेरित थी, लेकिन फेडरल रिजर्व की 'हॉकिश पॉज' नीति (केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि को कुछ समय के लिए रोक देना) से यह गति कुछ हद तक कम हो गई, इससे कीमती और औद्योगिक दोनों धातुओं पर असर पड़ा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) 3.2 प्रतिशत पर है, जो जुलाई 2022 में 9.1 प्रतिशत के अपने शिखर से नीचे है, केंद्रीय बैंक अपनी नीतियों का रिवैल्यूएशन कर रहे हैं, इससे संभावित रूप से फेड के रुख में सख्ती से लेकर नरमी की ओर बदलाव हो सकता है, इससे लाभ हो सकता है.