नई दिल्ली/मुंबई :यूरोपीय बाजारों के सकारात्मक संकेतों के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी के शेयरों में लिवाली से मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गए. BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 195.45 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 63,523.15 के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 260.61 अंक उछलकर 63,588.31 के दिन में कारोबार के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था. इसके पहले गत वर्ष एक दिसंबर को सेंसेक्स कारोबार के दौरान 63,583.07 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज- NSE का NIFTY भी 40.15 अंक यानी 0.21 प्रतिशत बढ़कर 18,856.85 के अपने उच्चतम स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी ने दिन में कारोबार के दौरान 18,875.90 के उच्चतम स्तर को भी छुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड में सर्वाधिक 3.68 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि एचडीएफसी बैंक 1.71 प्रतिशत और एचडीएफसी 1.66 प्रतिशत चढ़ गए. टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज और लार्सन एंड टुब्रो भी बढ़त दर्ज करने में सफल रहीं.
दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सर्वाधिक 1.59 प्रतिशत की गिरावट रही. आईटीसी, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस और मारुति सुजुकी के शेयर भी गिरकर बंद हुए. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के चेयरमैन राकेश मेहता ने कहा, "वैश्विक मोर्चे पर तमाम चुनौतियों के बावजूद सेंसेक्स का नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचना अच्छी बात है. हम जून तिमाही के नतीजों का इस उम्मीद के साथ इंतजार कर रहे हैं कि ये काफी हद तक अपेक्षाओं के अनुरूप ही होंगे." जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, "सेंसेक्स का अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचना शेयर बाजारों में वैश्विक स्तर पर जारी तेजी के अनुरूप है. अधिकांश बाजार इस समय 52 सप्ताह के उच्चस्तर पर हैं." व्यापक बाजार में BSE मिडकैप 0.68 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मालकैप में 0.24 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई.
LKP सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि सरकार के पूंजीगत व्यय में लगातार बढ़ोतरी जारी रहने के अलावा अप्रैल से विदेशी निवेशकों के वापस लौटने से भी मानक सूचकांक नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है. एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुआ जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुआ. यूरोप के ज्यादातर बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. एक दिन पहले मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट दर्ज की गई थी. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत चढ़कर 75.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,942.62 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
रुपया सात पैसे की तेजी के साथ 82.02 प्रति डॉलर पर
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और स्थानीय शेयर बाजार में तेजी के रुख के बीच अंतरबैंक विदेशी मु्द्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे की बढ़त के साथ 82.02 प्रति डॉलर (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ. हालांकि, अपनी प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लगा गया.