मुंबई:घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 94 अंक टूटकर बंद हुआ. इस सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल के दाम में तेजी से बाजार नुकसान में रहा. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 93.91 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,675.32 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 473.49 अंक तक नीचे चला गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 14.75 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,569.55 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, डा. रेड्डीज, नेस्ले, लार्सन एंड टुब्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एक्सिस बैंक सर्वाधिक नुकसान में रहे. इसके उलट, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे.
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच घरेलू बाजार गिरावट के साथ खुले. दोपहर के कारोबार के दौरान बाजार कुछ बढ़त में आया. बाजार में आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले अनिर्णय की स्थिति बनी हुई है.
रुपया 77.64 प्रति डॉलर पर
स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी के रुख के अनुरूप विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया दो पैसे की तेजी के साथ 77.64 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, विदेशी पूंजी की बाजार से सतत निकासी और घरेलू शेयर बाजार के कमजोर होने से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया.