मुंबई:पिछले दो कारोबारी सत्रों में तेजी के बाद घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को फिर भारी गिरावट दर्ज की गई और बीएसई सेंसेक्स 709 अंक लुढ़कर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी के कारण बाजार में गिरावट आई. कारोबारियों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी से रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया जिससे बाजार धारणा प्रभावित हुई. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 709.54 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,822.53 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 225.50 अंक यानी 1.44 प्रतिशत गिरकर 15,413.30 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील सबसे अधिक 5.24 प्रतिशत लुढ़क गया. विप्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फिनसर्व, टाइटन और बजाज फाइनेंस के शेयर भी प्रमुख रूप से गिरावट में रहे. वहीं दूसरी तरफ केवल चार कंपनियों......टीसीएस, एचयूएल, पावरग्रिड और मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, बाजार में अच्छी तेजी आ सकती है और मंगलवार को यह देखने को मिला. लेकिन सवाल है, क्या यह जारी रहेगी? कच्चे तेल के दाम में नरमी के अलावा वैसी कोई आर्थिक खबरें नहीं है, जिससे तेजी को बरकरार रखने में मदद मिले. उन्होंने कहा, डॉलर मजबूत बना हुआ है और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल आकर्षक है और इसमें वृद्धि की उम्मीद है. इसको देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों का अपनी बिकवाली रणनीति बदलने का कोई कारण नहीं दिखता है.