मुंबई: शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ. केंद्रीय बैंकों के नीतिगत दर बढ़ाये जाने की संभावना के बीच दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, धातु और वाहन शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 220.86 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,286.04 अंक पर बंद हुआ.
वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक स्थिर खुला और कारोबार के दौरान 60,655.14 से 60,063.49 अंक के दायरे में रहा. सेंसेक्स के 22 शेयर नुकसान में रहे. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 43.10 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,721.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 17,811.15 अंक तक गया और नीचे में 17,652.55 अंक तक आया.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'घरेलू बाजार में मंदड़ियों का असर रहा. वे अमेरिकी में रोजगार के बेहतर आंकड़े आने के बाद से काफी सक्रिय हैं. वैश्विक बाजारों पर फिलहाल केंद्रीय बैंक की नीतियों और बॉन्ड प्रतिफल का असर है. यह माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में अभी और वृद्धि कर सकते हैं.' नायर ने कहा कि कारोबार के दूसरे चरण में कुछ सुधार देखने को मिला. इसका कारण अमेरिकी वायदा बाजार का चढ़ना है.
निवेशकों को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के भाषण का इंतजार है. सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा 5.23 प्रतिशत नीचे आया. कंपनी को दिसंबर तिमाही में 2,501.95 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में आईटीसी, सन फार्मा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, विप्रो, इन्फोसिस, एचयूएल, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं.