मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छह सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस में भारी गिरावट आने से थम गया और दोनों मानक सूचकांक एक प्रतिशत से भी अधिक लुढ़क गए. बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के अंत में 887.64 अंक यानी 1.31 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 66,684.26 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,038.16 अंक गिरकर 66,533.74 अंक पर भी खिसक गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 234.15 अंक यानी 1.17 प्रतिशत टूटकर 19,745 अंक पर बंद हुआ. इसी के साथ पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला भी थम गया. सेंसेक्स समूह में शामिल कंपनियों में से इन्फोसिस का शेयर आठ प्रतिशत से भी अधिक टूट गया. कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ उम्मीद से कहीं कम 11 प्रतिशत पर रहने के अलावा चालू वित्त वर्ष के लिए राजस्व वृद्धि अनुमान को घटाकर एक से 3.5 प्रतिशत करने की घोषणा की है.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'भारतीय आईटी क्षेत्र के बारे में इन्फोसिस के कमजोर नजरिया जाहिर करने से निफ्टी की 20,000 के पार निकलने की उम्मीदें फिलहाल टूट गईं. दिग्गज कंपनियां बिकवाली के दबाव में आ गईं लेकिन स्मालकैप कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहा.'
रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में भी खासी गिरावट रही. इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो और टेक महिंद्रा के शेयरों में भी बिकवाली का जोर रहा. दूसरी तरफ, बुलेट ट्रेन परियोजना से 7,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल करने वाली लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 3.88 प्रतिशत तक चढ़ गए. एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, मारुति और भारती एयरटेल के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई.