मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स लगभग 677 अंक लुढ़क गया. वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से बाजार नुकसान में रहा. साख तय करने वाली फिच रेटिंग्स ने पिछले दो दशकों में केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर कर्ज बढ़ने तथा संचालन मानदंडों में गिरावट का हवाला देते हुए अमेरिका सरकार की रेटिंग घटा दी है. रेटिंग एजेंसी ने साख को एक पायदान कम कर एएए से एए प्लस कर दिया है.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 676.53 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,782.78 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 1,027.63 अंक तक लुढ़क गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 207 अंक यानी 1.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,526.55 अंक पर बंद हुआ.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा-
‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के साथ स्थानीय बाजार में चौतरफा गिरावट रही. अमेरिका की साख घटाये जाने के साथ यूरो क्षेत्र और चीन में औद्योगिक गतिविधियां सुस्त पड़ने से चिंता बढ़ी है.इसके अलावा, अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से घरेलू बाजार नुकसान में रहा.’
लाभ और घाटे वाले शेयर
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील 3.45 प्रतिशत नीचे आया जबकि टाटा मोटर्स में 3.19 प्रतिशत की गिरावट रही. इसके अलावा बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और भारती एयरटेल भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. दूसरी तरफ नेस्ले, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टेक महिंद्रा लाभ में रहे.