मुंबई: शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 133 अंक से अधिक चढ़कर चार अप्रैल के बाद पहली बार 18,000 अंक के पार बंद हुआ. विदेशी संस्थागत निवेशकों की निरंतर जारी लिवाली और वैश्विक बाजारों में तेजी से घरेलू शेयर बाजार में लाभ दर्ज हुआ. लगातार चौथे कारोबारी सत्र में अपनी तेजी जारी रखते हुए बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 455.95 अंक यानी 0.76 प्रतिशत के उछाल के साथ 60,571.08 अंक पर बंद हुआ.
पिछले तीन कारोबारी सत्रों के दौरान सेंसेक्स में 1,540 अंक से अधिक और निफ्टी में 445 अंक का उछाल आया है. विश्लेषकों ने कहा कि बाजार की तेजी मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा संचालित थी. एफआईआई घरेलू शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार बन गए हैं. खुदरा निवेशकों की भागीदारी से भी बाजार को समर्थन मिला. सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, भारती एयरटेल, टाइटन और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से लाभ में रहे. एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, पावर ग्रिड, एलएंडटी, आईटीसी, रिलायंस, एसबीआई और इन्फोसिस के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए.
दूसरी तरफ टीसीएस के शेयर में सबसे अधिक 0.37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. जियोजीत फाइनेंशल सर्विसेस के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, विदेशी निवेशकों की रणनीति में अचानक बदलाव... बाजार में जारी तेजी का मुख्य कारण बना हुआ है। विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली के बाद शुद्ध खरीदार बन गए है. उन्होंने कहा, अर्थव्यवस्था में मजबूती से बाजार को खुदरा निवेशकों का भी समर्थन मिला.