नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े बैंक State Bank Of India (SBI) ने चालू वित्त वर्ष में बांड के जरिए भारतीय और विदेशी बाजारों से 50,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है. बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. बैंक के बोर्ड मेंबर्स ने चालू वित्त वर्ष में डेट इंस्टूमेंट के जरिए 50,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दे दी है. इस इंस्टूमेंट में लंबी अवधि के बॉन्ड्स, बेसेल-3 कम्पलाइंट्स एडिशनल टियर-1 बॉन्ड या बेसेल-3 कम्प्लाइंट टियर-2 बॉन्ड्स शामिल हो सकते हैं.
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने सालाना रिपोर्ट में कहा, 'वित्त वर्ष 2022-23 में हेल्दी प्रॉफिट के साथ बैंक भविष्य के अवसरों को भुनाने के लिए सहज स्थिति में है.' निदेशक मंडल ने बांड जारी कर रुपये या किसी अन्य परिवर्तनीय मुद्रा में धन जुटाने को मंजूरी दी है. SBI का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में लगभग 90 प्रतिशत वृद्धि के साथ 18,094 करोड़ रुपये था.
SBI Fund Raise: एसबीआई का बड़ा प्लान, FY23 में जुटाएगा 50,000 करोड़ रुपये - SBI Net Profit
SBI Bank Fund- भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) चालू वित्त वर्ष में बांड के जरिए भारतीय और विदेशी बाजारों से 50,000 करोड़ रुपये जुटाएगा. बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
कैपिटल ग्रोथ के लिहाज से SBI की स्थिति अच्छी
देश के सबसे बड़े लेंडर को वित्त वर्ष 2022-23 में 50,232 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (SBI Net Profit) हुआ. जो कि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 59 फीसदी का उछाल था. इसी तरह बैंक ने इंटरेस्ट से होने वाली कमाई में भी वित्त वर्ष 21 की तुलना में 20 फीसदी की बढ़त हासिल करते हुए 1.45 लाख करोड़ कमाया. इसके अलावा बैंक ने बेहतर प्लानिंग और जोखिम कम करने के संबंध में मैनेजमेंट करके कैपिटल रेशियों में भी सुधार किया. इन सारी वजहों से SBI चालू वित्त वर्ष में कैपिटल ग्रोथ के लिहाज से कंफर्टेबल स्थिति में है.