मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में महंगाई को नियंत्रित करने और विकास को सुचारू रूप से बनाएं रखने के लिए मौद्रिक नीति बनाता है. जिसके लिए वह Monetary Policy Committee के साथ बैठक करता है. इस बार मंदी को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने एक बड़ा फैसला लिया है. आरबीआई ने ऐलान किया है कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के लिये अगले वित्त वर्ष में छह बैठकें होंगी.
वित्त वर्ष में होने वाली बैठक का शेड्यूल
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ब्याज दर तय करने वाली समिति की अगले वित्त वर्ष की पहली बैठक 3 से 6 अप्रैल को होगी. मौजूदा घरेलू और आर्थिक स्थितियों पर MPC के विचार-विमर्श के बाद आरबीआई गवर्नर द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हैं. बैठक तीन दिन की होती है.
RBI द्वारा शुक्रवार को जारी समय सारिणी के अनुसार, अगले वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक नीति बैठक तीन, पांच और छह अप्रैल को होगी. उसके बाद दूसरी बैठक छह, सात और आठ जून को होगी. तीसरी बैठक आठ से 10 अगस्त, चौथी बैठक चार से छह अक्टूबर और पांचवीं छह से आठ दिसंबर को होगी. एमपीसी की छठी द्विमासिक बैठक छह से 8 फरवरी, 2024 को होगी.