नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) के अनसिक्योर्ड लोन पोर्टफोलियो से संबंधित मानदंडों को कड़ा कर दिया हैं. इसके बाद एसबीआई कार्ड, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक सहित शीर्ष बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी के शेयरों में 17 नवंबर को 6 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. एसबीआई कार्ड के शेयर 7 फीसदी तक गिरकर 720.40 रुपये पर, बजाज फाइनेंस के शेयर 3 फीसदी गिरकर 7122.05 रुपये पर, जबकि पेटीएम 4 फीसदी गिरकर 870.20 रुपये पर आ गए है.
आरबीआई ने क्यों बढ़ाया जोखिम-भार?
आरबीआई ने बेलगाम वृद्धि को रोकने के लिए कार्ड पर लगने वाले मानदंडों को कड़ा कर दिया है. केंद्रीय बैंक ने ऐसे लोन के लिए कैपिटल आवश्यकताओं को बढ़ाकर अनसिक्योर्ड कंज्यूमर लोन पर ऋण जोखिम भार बढ़ा दिया है क्योंकि इन उधारों पर चिंताएं बढ़ रही हैं. भारतीय बैंकों ने अनसिक्योर्ड लोन में तेज वृद्धि देखी है. ज्यादातर पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड - जिसने पिछले साल में लगभग 15 फीसदी की ओवरऑल बैंक लोन बढ़ोतरी को पीछे छोड़ दिया है, जिसने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का ध्यान आकर्षित किया है.