मुंबई :भारतीय रिजर्व बैंक ने केंद्रीकृत वेब पोर्टल उद्गम पेश किया. इस पहल का मकसद लोगों को बिना दावे वाली राशि (अनक्लेम्ड मनी) के बारे में पता लगाने और उसका दावा करने में मदद करना है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को 'पोर्टल उद्गम' बिना दावा वाली जमाराशि– सूचना तक पहुंच का प्रवेश द्वार पेश किया. इसे पोर्टल को केंद्रीय बैंक ने तैयार किया है. ताकि लोगों को एक ही स्थान पर कई बैंकों में अपनी बिना दावे वाली जमाराशियों की खोज करने में आसानी हो और वे उस पर अपना दावा कर सके.
पोर्टल पर इन 7 बैंकों की जानकारी उपलब्ध
पोर्टल पर वर्तमान में सात बैंकों… भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, धनलक्ष्मी बैंक, साउथ इंडियन बैंक, डीबीएस बैंक इंडिया और सिटी बैंक… में बिना दावे वाली जमाराशि के बारे में जानकारी उपलब्ध है. बता दें, रिजर्व बैंक ने छह अप्रैल, 2023 को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में बिना दावे वाली जमा राशि का पता लगाने के लिये एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल बनाने की घोषणा की थी.
अनक्लेमड मनी की बढ़ती प्रवृत्ति
केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि वह बिना दावे वाली जमाओं की संख्या में बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए, इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिये समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चला रहा है. वेब पोर्टल शुरू होने से लोगों को अपने बिना दावे वाले जमा खातों की पहचान करने में मदद मिलेगी. और वे या तो जमा राशि का दावा कर सकेंगे या अपने जमा खातों को अपने संबंधित बैंकों में चालू कर सकेंगे.