नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड जारी करने पर एक ड्राफ्ट सर्कुलर जारी किया, जिसमें निर्देश दिया गया कि कार्ड जारीकर्ता एक से अधिक कार्ड नेटवर्क पर कार्ड जारी करेंगे. ग्राहकों के लिए एकाधिक कार्डनेटव र्क में से किसी एक को चुनने का विकल्प होगा. डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड जारी करने के लिए कार्ड नेटवर्क के साथ व्यवस्था पर परिपत्र में केंद्रीय बैंक ने कहा कि कार्ड नेटवर्क और कार्ड जारीकर्ता यानी बैंकों और गैर-बैंकों के बीच मौजूदा व्यवस्था ग्राहकों के लिए अनुकूल नहीं है.
इसके अलावा, आरबीआई ने कहा कि कार्ड जारीकर्ताओं को कार्ड नेटवर्क के साथ कोई ऐसी व्यवस्था या समझौता नहीं करना चाहिए जो उन्हें अन्य कार्ड नेटवर्क की सेवाओं का लाभ उठाने से रोकता हो. इसमें आगे कहा गया है कि कार्ड जारीकर्ता और कार्ड नेटवर्क यह सुनिश्चित करेंगे कि वे संशोधन या नवीनीकरण के समय मौजूदा समझौतों का पालन करेंगे. केंद्रीय बैंक ने ड्राफ्ट सर्कुलर पर 4 अगस्त तक टिप्पणियां भी आमंत्रित की हैं.
रुपये अंतरराष्ट्रीय मुद्रा के रूप में
इसके साथ ही आरबीआई पैनल ने सुझाव दिया है कि लंबे समय में भारत अन्य देशों के साथ उच्च स्तर के व्यापार संबंध हासिल करेगा, जिसके परिणामस्वरूप रुपया उस स्तर तक पहुंचने की संभावना है, जहां इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा.पैनल ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) के विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) बास्केट में मुद्रा को शामिल करने का प्रस्ताव रखा. पैनल, जिसकी रिपोर्ट 'रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण' पर बुधवार को जारी की गई थी, ने कहा कि आने वाले दिनों में, "भारत अन्य देशों के साथ उच्च स्तर के व्यापार संबंधों को प्राप्त करेगा और व्यापक आर्थिक मापदंडों में सुधार करेगा, और रुपया उस स्तर तक चढ़ सकता है, जहां इसे 'वाहन मुद्रा' के रूप में अन्य अर्थव्यवस्थाओं द्वारा व्यापक रूप से उपयोग और पसंद किया जाएगा. इस प्रकार,आईएमएफ की एसडीआर टोकरी ( बास्केट ) में रुपये को शामिल करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए.