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RBI Digital Currency का दूसरा चरण, बदलावों के साथ इसी महीने लॉन्चिंग की तैयारी - भारतीय रिजर्व बैंक

RBI अपने Digital Currency का दूसरा चरण कुछ बदलाव के साथ जल्द लॉन्च कर (RBI Digital Currency second phase) सकता है. लक्ष्मण रॉय के अनुसार Digital Currency के अच्छे रिस्पोंस को देखते हुए RBI ने यह फैसला लिया है. दूसरे चरण में कुछ नए बैंकों और शहरों को शामिल करने की सूचना है. RBI Digital Currency. RBI Digital Currency second phase.

आरबीआई डिजिटल मुद्रा
RBI Digital Currency

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Published : Jan 9, 2023, 5:34 PM IST

नई दिल्ली:आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल रुपए (CBDC) का दूसरा चरण जल्द लॉन्च होने (RBI Digital Currency second phase) वाला है. मीडिया सूत्रों को मिली जानकारी में कहा गया है कि पहले चरण से सबक लेते हुए दूसरे चरण में कुछ बदलाव किया जा सकता है. सीएनबीसी के लक्ष्मण रॉय ने कहा कि RBI के डिजिटल करेंसी को 1 दिसंबर से अब तक करीब 16000 लोगों ने उपयोग किया है. RBI Digital Currency. RBI Digital Currency second phase

डिजिटल रुपये में 64 लाख का टांसजेक्शन
डिजिटल रुपये से 1.60 लाख ट्रांजैक्शन या लेन-देन के आंकड़े सामने आये हैं. डिजिटल रुपये में हुए लेन-देने में कुल मिलाकर अब तक करीब 64 लाख के लेन-देन हुए हैं. लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें और टेक्निकल इश्यू भी आई हैं, जिस पर RBI ने गंभीरता से ध्यान दिया है और बदलाव करते हुए इसी महीने डिजिटल रुपये का अगला चरण लॉन्च कर सकता है.

Digital Currency के दूसरे चरण में अन्य बैंक व शहर शामिल
सूत्रों से मिली जानकारी के हवाले से लक्ष्मण ने कहा है कि RBI Digital Currency के दूसरे चरण में कुछ अन्य बैंकों को भी शामिल किया जा सकता है. मसलन बैंक ऑफ बड़ोदा, यूनियन बैक, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक इत्यादी. इससे पहले 1 दिसम्बर को जारी किए गए Digital Currency के पायलट प्रोजेक्ट में आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई बैंक, यसबैंक, एचडीएफसी बैंक को शामिल किया गया था. इसके अलावा इसमें अन्य शहरों मसलन अहमदाबाद, गंगटोक, हैदराबाद और गुवाहाटी को शामिल किया जा सकता है.

डिजिटल करेंसी

RBI Digital Currency क्या है
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी सीबीडीसी भारत का आधिकारिक (ऑफिशियल) डिजिटल मुद्रा है. यानी CBDC आरबीआई की तरफ से जारी किए जाने वाले करेंसी नोट का डिजिटल स्वरूप है. पेपर करेंसी की तरह इसका भी लीगल टेंडर है. इसलिए इसका इस्तेमाल आम करेंसी की तरह ही लेन-देन में होगा. मौजूदा करेंसी के बराबर ही ई-रुपी की वैल्यू होगी. ई-रुपी वर्चुअल करेंसी (e-rupee virtual currency) है. इसलिए डिजिटल वॉलेट के माध्यम से इसका ट्रांजेक्शन आसानी से किया जा सकता है. QR कोड स्कैन करके एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति या व्यापारी के साथ लेन- देन भी कर सकते है.

UPI पेमेंट से RBI Digital Currency कैसे अलग
UPI पेमेंट में हम नोट करेंसी (फिजिकल रुपी) का ही ट्रांजेक्शन करते है. लेकिन Digital Money के आने से हम डिजिटल रुपी का ट्रांजेक्शन करेंगे. इसे एक उदहारण से समझे- जैसे आरबीआई अगर 10 रुपये का e-रुपया जारी करता है तो वह 90 रुपए ही नोट करेंसी छापेगा. ऐसा नहीं होगा कि आबीआई 100 (नोट करेंसी) +10 (e-रुपया) जारी करेगा. दूसरे शब्दों में RBI जितना e-रुपया जारी करेगा, उतना वह फिजिकल रुपी की छपाई नहीं करेगा.

भारत में e-रुपी के लिए क्या हैं चुनौती
जिस तरह से UPI payment या डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ रहा है. आने वाला समय e-रुपया का ही लग रहा है. दुनिया के 86% सरकारी बैंक इस समय डिजिटल करेंसी के बारे में अध्ययन कर रहे है. 14% सरकारी बैंकों ने इसके लिए बकायदा पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू कर दिया है. लेकिन भारत में e-रुपया के लिए 'इंटरनेट कनेक्विटी' एक चुनौती है. चूंकि डिजिटल माध्यम से ट्रांजेक्शन होगा, ऐसे में बेहतर 'इंटरनेट कनेक्विटी' से ही इंडिया e-रुपी वाला देश बन पाएगा.

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