नई दिल्ली :हाल ही में रेमंड ग्रुप के मालिक गौतम सिंघानिया के तलाक की खबर सामने आई थी. इसके बाद अब गौतम सिंघानिया की अलग पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया ने तलाक के समझौते की बात सामने आ रही है. द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अरबपति उद्योगपति गौतम सिंघानिया की अलग पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया ने तलाक के समझौते के हिस्से के रूप में उनकी अनुमानित 11 हजार करोड़ रुपये की कुल संपत्ति का 75 फीसदी की मांग की है. उनकी मांग, जिसका उद्देश्य उनकी दो बेटियों, निहारिका और निसा की वित्तीय भलाई को सुरक्षित करना है.
पारिवारिक ट्रस्ट प्रस्ताव को नवाज से मिली ना मंजूरी
रिपोर्ट के अनुसार, माना जाता है कि गौतम सिंघानिया ने नवाज के अनुरोध पर विचार करने की इच्छा दिखाई है, लेकिन उन्होंने परिवार की संपत्ति के मैनेजमेंट और ट्रांसफर के लिए एक पारिवारिक ट्रस्ट की स्थापना का प्रस्ताव दिया है. उनके प्रस्ताव के तहत, वह एकमात्र मैनेजमेंट ट्रस्टी के रूप में कार्य करेंगे, और उनके निधन के बाद परिवार के सदस्यों को संपत्ति विरासत में लेने की अनुमति दी जाएगी. हालांकि, नवाज कथित तौर पर इसको अस्वीकार्य मानती हैं.
ट्रस्ट कानून क्या है?
बता दें कि ट्रस्ट कानूनों में आम तौर पर तीन मुख्य पक्ष शामिल होते हैं. एक सेटलर, जो ट्रस्ट में संपत्ति का योगदान देता है, एक ट्रस्टी, प्रशासन के लिए जिम्मेदार और एक लाभार्थी होता है. गौतम के प्रस्तावित पारिवारिक ट्रस्ट में, वह सेटलर और ट्रस्टी दोनों की भूमिका निभाएंगे. हालांकि ऐसी संरचना कानूनी रूप से स्वीकार्य है, लेकिन इसने चल रही बातचीत में विवाद पैदा कर दिया है.