नई दिल्ली : वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले Digital Payment App Phonepe ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने निजी इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक की अगुवाई में 12 अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन पर 35 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. फोनपे ने एक बयान में कहा, 'मार्की ग्लोबल और भारतीय निवेशक भी इस दौर में भाग ले रहे हैं.' फोनपे द्वारा पूंजी जुटाने की यह कवायद हाल ही में फ्लिपकार्ट से पूरी तरह अलग होने के बाद शुरू हुई है. अमेरिकी खुदरा कंपनी वॉलमार्ट ने 2018 में फोनपे को खरीद लिया था.
PhonePe की योजनाएं
नई जुटाई गई पूंजी से कंपनी डेटा केंद्रों के विकास सहित बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश करने का विचार कर रही है. साथ ही देश में बड़े पैमाने पर वित्तीय सेवाएं मुहैया कराने की योजना बना रही है. इसके अलावा कंपनी बीमा, धन प्रबंधन और उधार देने सहित नए व्यवसायों में भी निवेश करना चाहती है. दिसंबर 2015 में स्थापित PhonePay के 40 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं और 3.5 करोड़ से अधिक कारोबारी इससे जुड़े हैं. ये व्यापारी बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक फैले हैं.
कंपनी के संस्थापक और PhonePe CEO Sameer Nigam ने कहा कि फोनपे एक भारतीय कंपनी है. जिसे भारतीयों ने बनाया है. ताजा वित्त पोषण से बीमा, धन प्रबंधन और ऋण देने जैसे नए व्यावसायिक खंड में निवेश करने में मदद मिलेगी. साथ ही भारत में UPI Payment के लिए वृद्धि की अगली लहर को भी बढ़ावा मिलेगा.