नई दिल्ली : भारत की अग्रणी भुगतान और फाइनेंशियल सर्विस कंपनी Paytm ने एक और प्रभावशाली तिमाही वृद्धि दिखाई है. इसने साल-दर-साल 39 प्रतिशत की बंपर राजस्व वृद्धि दर्ज की है, जिससे वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही- Q1 FY 24 में इसका राजस्व 2342 करोड़ रुपये हो गया है. यह सकल मर्चेंडाइज मूल्य- GMV में वृद्धि, मर्चेंट सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू और प्लेटफ़ॉर्म पर पंजीकृत ऋणों की वृद्धि से हासिल हुआ है ईएसओपी से पहले पेटीएम का ईबीआईटीडीए (अर्निंग्स बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन) सालाना आधार पर 359 करोड़ रुपये से बढ़कर 84 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में यह 52 करोड़ रुपये (UPI प्रोत्साहन को छोड़कर) था. वित्त वर्ष 24 में, पेटीएम ने अपने योगदान लाभ को सालाना आधार पर 80 प्रतिशत बढ़ाकर 1304 करोड़ रुपये कर दिया. योगदान मार्जिन में वृद्धि और मुनाफा में लगातार सुधार से प्रेरित, ईएसओपी मार्जिन से पहले ईबीआईटीडीए भी 4 प्रतिशत तक सुधर गया.
Q1 FY 24 के लिए इसकी भुगतान सेवाओं का राजस्व सालाना आधार पर 31 प्रतिशत बढ़कर 1414 करोड़ रुपये हो गया. मर्चेंट पेमेंट में अग्रणी होने के नाते, पेटीएम लगातार लोकप्रियता हासिल कर रहा है और प्रति डिवाइस प्रति माह 100 रुपये से 500 रुपये तक की कमाई करता है. इस बीच, वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में वितरित व्यापारी ऋणों की संख्या में सालाना आधार पर 141 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मर्चेंट लोन का मूल्य सालाना आधार पर 232 प्रतिशत बढ़कर 2,744 करोड़ रुपये हो गया.
पिछले एक साल में, कंपनी का मर्चेंट ग्राहक आधार जून 2023 तक दोगुना से अधिक 79 लाख हो गया और इसका मर्चेंट आधार 3.6 करोड़ तक बढ़ गया, जो कि पेटीएम साउंड बॉक्स और पेटीएम कार्ड मशीन जैसे इसके अग्रणी उपकरणों के लिए एक मजबूत वृद्धि है. शुद्ध भुगतान मार्जिन में वृद्धि और ऋण वितरण व्यवसाय में वृद्धि के साथ, कंपनी का योगदान मार्जिन इस तिमाही में बढ़कर 56 प्रतिशत हो गया, जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि है.
Personal Loan के तहत पेटीएम ने सालाना 128 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की, जो साल-दर-साल 202 प्रतिशत बढ़कर 4,062 करोड़ रुपये हो गया. पेटीएम प्लेटफॉर्म के जरिए लोन लेने वाले यूनिक बॉरोअर्स की कुल संख्या 49 लाख से बढ़कर 1.06 करोड़ हो गई. ग्राहक जुड़ाव में वृद्धि के साथ, भारत में उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल भुगतान को अपनाना जारी रहने के कारण वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में इसके औसत मासिक लेनदेन यूजर्स (एमटीयू) 23 प्रतिशत बढ़कर 9.2 करोड़ हो गए.