कराची : जीवन यापन की उच्च लागत ने पाकिस्तानी नागरिकों की बचत क्षमता को बुरी तरह प्रभावित किया है. 10 में से 7 व्यक्ति अपनी बचत में गिरावट की शिकायत कर रहे हैं. गैलप पाकिस्तान और डन एंड ब्रैडस्ट्रीट द्वारा जारी कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स सर्वे रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, देश भर से करीब 2,000 उत्तरदाताओं ने सर्वेक्षण में भाग लिया.
महंगाई से परेशान है लोग : अधिकांश उत्तरदाताओं ने मुद्रास्फीति के कारण सर्वेक्षण में सिकुड़ती जा रही बचत पर चिंता व्यक्त की. द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ताजा सर्वेक्षण में लगभग 73 प्रतिशत पाकिस्तानी व्यक्तियों ने 60 प्रतिशत की तुलना में घटती बचत की शिकायत की, जो मुद्रास्फीति के बीच बचत में कमी से परेशान हैं. साथ ही जिन लोगों ने पिछले सर्वेक्षण में अपनी बचत में वृद्धि का दावा किया था, उनकी दर भी ताजा सर्वेक्षण में 7 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हो गई.
21 फीसदी लोग महंगाई के दबाव से बेफिक्र : इसी तरह पिछले सर्वे में यह कहने वालों की संख्या में भी 4 फीसदी की कमी आई कि महंगाई का उनकी बचत पर कोई असर नहीं पड़ा है. ताजा सर्वेक्षण में, केवल 21 प्रतिशत व्यक्ति ही बचत को लेकर मुद्रास्फीति के दबाव से बेफिक्र रहे. सर्वेक्षण में बड़ी संख्या में उत्तरदाताओं को बचत में सुधार की उम्मीद नहीं दिख रही है. 51 प्रतिशत पाकिस्तानी नागरिकों ने बचत की बेहतर संभावनाओं पर निराशा व्यक्त की.
17 फीसदी को बेहतर बचत की उम्मीद : सर्वेक्षण में उन लोगों की संख्या में 7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई जो पिछले सर्वेक्षण में अपनी बचत में वृद्धि के लिए आशावादी थे. अब केवल 17 फीसदी लोगों को अपनी बचत में बढ़ोतरी की उम्मीद है. इसके अलावा, जो लोग भविष्य में अपनी बचत में वृद्धि की संभावना के प्रति उदासीन थे, उनकी दर पिछले सर्वेक्षण में 19 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हो गई.
(आईएएनएस)
पढ़ें :Inflation in Pakistan: केला 500 रुपया दर्जन, रमजान में पाकिस्तानियों को रुला रही महंगाई