नयी दिल्ली :सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) अपनी पेट्रोरसायन फर्म ओपल में करीब 15,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है, जिसके बाद गैस कंपनी गेल इंडिया इससे अलग हो जाएगी.
गुजरात के दाहेज में एक बड़े पेट्रोरसायन संयंत्र का परिचालन करने वाली ओएनजीसी पेट्रो-एडिशंस लिमिटेड (ओपल) में ओएनजीसी की हिस्सेदारी फिलहाल 49.36 प्रतिशत है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड के पास 49.21 प्रतिशत हिस्सेदारी है. जबकि बाकी 1.43 प्रतिशत हिस्सेदारी गुजरात राज्य पेट्रोरसायन निगम (जीएसपीसी) के पास है.
ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के निदेशक मंडल ने भारी कर्ज में डूबी ओपल के वित्तीय पुनर्गठन के बारे में पिछले सप्ताह फैसला किया. इस योजना के तहत ओएनजीसी शेयर वॉरंट को इक्विटी में बदलने, 7,778 करोड़ रुपये के परिवर्तनीय डिबेंचर की पुनर्खरीद और 7,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने जा रही है.