नवंबर में इन्फ्लेशन रेट को 3 महीने के उच्चतम स्तर पर ले गई खाद्य कीमतें - इन्फ्लेशन रेट
November CPI update- आरबीआई ने नवंबर महीने का इन्फ्लेशन रेट जारी किया है. इस जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में वार्षिक आधार पर 5.55 फीसदी बढ़ी, जबकि अक्टूबर में यह चार महीने के निचले स्तर 4.87 फीसदी पर थी. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली:भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर महीने का इन्फ्लेशन रेट जारी किया है. इस जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में वार्षिक आधार पर 5.55 फीसदी बढ़ी, जबकि अक्टूबर में यह चार महीने के निचले स्तर 4.87 फीसदी पर थी. जारी आंकड़ा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2-6 फीसदी के तय सीमा के अंदर बनी हुई है. आरबीआई के जारी आंकड़ों के मुताबिक, सिक्यूसियल बेस पर महंगाई दर 0.54 फीसदी रही.
नवंबर में खाद्य इन्फ्लेशन 8.70 फीसदी रही. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इन्फ्लेशन रेट 5.85 फीसदी 5.26 फीसदी रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 4.62 फीसदी और 5.12 फीसदी थी. नवंबर में सब्जियों की महंगाई दर 17.7 फीसदी रही. इसके अलावा, ईंधन और लाइट इन्फ्लेशन में (-)0.77 फीसदी की गिरावट आई है.
भारत में महंगाई दर
बता दें कि दिसंबर की नीति बैठक में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इन्फ्लेशन लक्ष्य को 5.4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है. अगस्त की नीति बैठक में, आरबीआई एमपीसी ने अपने वित्त वर्ष 2024 के इन्फ्लेशन अनुमान को 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया था.
आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा?
आरबीआई गवर्नर और मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के प्रमुख शक्तिकांत दास ने नीतिगत निर्णयों की घोषणा करते हुए कहा था कि खाद्य मुद्रास्फीति के प्रक्षेप पथ पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस पर दूसरे दौर के प्रभावों, यदि कोई हो, पर नजर रखने की जरूरत है. साथ ही कहा कि नवंबर और संभवतः दिसंबर में मुद्रास्फीति में वृद्धि हो सकती है. दास ने अनुमान लगाया था कि मुद्रास्फीति का दृष्टिकोण खाद्य कीमतों से काफी प्रभावित होगा.