कोलकाता : टाटा स्टील लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि कंपनी पर इस दशक में नए अधिग्रहणों का कोई दबाव नहीं है, बल्कि वह अपने मौजूदा कारोबार के विस्तार एवं बिक्री में वृद्धि पर ध्यान देगी. टाटा स्टील के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कंपनी उत्पादन को दोगुना से अधिक कर वृद्धि हासिल करेगी और अपने मौजूदा संसाधनों के जरिये विस्तार करेगी.
नरेंद्रन ने कहा, ‘‘बीते कुछ वर्षों में हमारी ज्यादातर वृद्धि अधिग्रहण के जरिये (इनऑर्गेनिक ग्रोथ) रही है, आज हम ऐसी स्थिति में हैं, जहां वृद्धि की सभी आकांक्षाओं की पूर्ति हमारे मौजूदा स्थलों पर विस्तार के जरिये हो सकती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्पादन को 4-5 करोड़ टन सालाना (एमटीपीए) तक पहुंचाने के लिए हमें नई परिसंपत्तियों के अधिग्रहण की वास्तव में कोई आवश्यकता नहीं है, फिलहाल हमारा उत्पादन दो करोड़ टन का है, इस दशक में हम खुद के विस्तार के जरिये वृद्धि पर जोर देंगे.’’ टाटा स्टील का 2021-22 में उत्पादन 1.90 करोड़ टन से अधिक रहा था.
कंपनी ने 2018 में भूषण स्टील का अधिग्रहण किया था, 2019 में उसने उषा मार्टिन का अधिग्रहण किया था, चालू अप्रैल-जून तिमाही के अंत तक वह नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) का अधिग्रहण पूरा कर लेगी. कंपनी की विस्तार योजनाओं के बारे में नरेंद्रन ने कहा कि एनआईएनएल का उत्पादन 10 लाख टन से बढ़ाकर एक करोड़ टन सालाना किया जाएगा, वहीं कलिंगनगर संयंत्र का उत्पादन 30 लाख टन से 80 लाख टन और फिर 1.6 करोड़ टन किया जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘बड़े अवसर और योजनाएं बन रही हैं.’’