नई दिल्ली: ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने गुरुवार को कहा कि भारत की अग्रणी Digital Payment और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्रोत्साहन योजना की प्रमुख लाभार्थी होगी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को रुपे डेबिट कार्ड और वित्त वर्ष 2023 के लिए कम मूल्य वाले BHIM-UPI Transaction को बढ़ावा देने के लिए 26 अरब रुपये की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दे दी. जबकि वित्त वर्ष 2022 में यह 15 अरब रुपये थी.
ब्रोकरेज फर्म ने कहा, 'बैंकों के अलावा, पेटीएम उपरोक्त का एक प्रमुख लाभार्थी होना चाहिए. हमारे अनुमानों पर पेटीएम को वित्त वर्ष 2022 के प्रोत्साहन का 5-7 प्रतिशत प्राप्त होगा और वित्त वर्ष 2023 के लिए समान हिस्सेदारी मानते हुए, यह हमारे योगदान लाभ अनुमान के 3-5 प्रतिशत (वित्त वर्ष 2023 के लिए हमने पहले जो अनुमान लगाया था, उससे 1 प्रतिशत अधिक) का प्रतिनिधित्व करेगा.' वन97 कम्युनिकेशंस का सहयोगी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष लाभार्थी और Lead Dispatcher बैंक है.
PPLB एक जारीकर्ता और पीएसपी बैंक होने के साथ-साथ यूपीआई लेनदेन का अधिग्रहणकर्ता भी है. योजना के तहत, अधिग्रहण करने वाले बैंकों को रुपे डेबिट कार्ड और भीम-यूपीआई लेनदेन का उपयोग करके पॉइंट-ऑफ-सेल और ई-कॉमर्स लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है. पेटीएम के संस्थापक, सीईओ और एमडी विजय शेखर शर्मा ने ट्वीट किया, 'यूपीआई और रुपे के माध्यम से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की कैबिनेट की बड़ी प्रतिबद्धता है। हमारी सरकार का हैशटैग डिजिटल इंडिया मिशन हमारी अर्थव्यवस्था को लॉन्ग-टर्म लाभ पहुंचाएगा.'
Paytm भारत की UPI प्रोत्साहन योजना का प्रमुख लाभार्थी होगा: मॉर्गन स्टेनली
डिजिटल पेमेंट का चलन वर्तमान समय में काफी बढ़ गया है. लोग कई ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट करते है मसलन Google Pay, BHIM, Patym इत्यादि. केंद्र सरकार भी डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. UPI प्रोत्साहन योजना में Paytm भारत की क्या भूमिका है आइए जानें इस खबर में...
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