नई दिल्ली : औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे. इसके अलावा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का ब्याज दर पर निर्णय और वैश्विक रुख भी स्थानीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. उनका कहना है कि विदेशी कोषों की गतिविधियां भी शेयर बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगी.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि अब सभी की निगाहें संकेतकों के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजों पर है, जो 14 जून को आएंगे. बाद के सत्रों में यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) और बैंक ऑफ जापान (बीओजे) भी अपने नीतिगत निर्णयों की घोषणा करेंगे.’ उन्होंने कहा कि वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदारों की निगाह इस सप्ताह IIP, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी. इसके अलावा मानसून की प्रगति पर भी सभी की निगाह रहेगी.’
मई के मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे
वृहद आर्थिक मोर्चे पर अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन और मई के मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आएंगे. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा बुधवार को होगी. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि कई केंद्रीय बैंक ब्याज दरों पर अपने निर्णयों की घोषणा करेंगे.
इन देशों की नीतिगत बैठके होंगी
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण 14 जून को आने वाली फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के नतीजे रहेंगे. इसके अतिरिक्त बैंक ऑफ जापान और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नीतिगत बैठक भी महत्चपूर्ण रहेगी. मीणा ने कहा, ‘15 जून को घोषित किए जाने वाले चीन के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर भी सभी की निगाह रहेगी क्योंकि आर्थिक प्रोत्साहन को लेकर चीजें इसी पर टिकी हैं.’