नई दिल्ली : भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पहले दिन बुधवार को 67 प्रतिशत अभिदान मिला. शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार कुल निर्गम में से पॉलिसीधारकों वाले हिस्से को 1.9 गुना अभिदान मिला. सरकार को एलआईसी के आईपीओ से 21,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है. वह एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है. आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 902 से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
आईपीओ आज खुदरा और संस्थागत निवेशकों के लिए खुला और यह नौ मई को बंद होगा. बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, पहले दिन पॉलिसीधारकों वाले हिस्से को 1.9 गुना अभिदान मिला, जबकि कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर गया. पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) और गैर-संस्थागत खरीदारों वाले हिस्से के लिए अबतक कुछ खास प्रतिक्रिया नहीं मिली है. पहले दिन क्यूआईबी वाले हिस्से को 33 प्रतिशत और गैर-संस्थागत खरीदारों के हिस्से को 27 प्रतिशत अभिदान मिला. खुदरा निवेशकों की श्रेणी में करीब 60 प्रतिशत अभिदान मिला.
खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति इक्विटी शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी, जबकि एलआईसी के पॉलिसीधारक 60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की छूट पा सकेंगे. यह आईपीओ बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में है और इसके जरिये सरकार 22.13 करोड़ शेयर बेचना चाहती है. कंपनी के शेयर 17 मई को सूचीबद्ध हो सकते हैं. एलआईसी ने बताया कि उसने एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं जिनमें घरेलू कंपनियों की बहुतायत है. एंकर निवेशकों के लिए 949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की दर पर 5.92 करोड़ शेयर आरक्षित रखे गए थे.