नई दिल्ली : भारतीय सैन्य बलों का आधुनिकीकरण जारी है. इसमें ड्रोन और जेट पैक सूट पर तेजी से काम जारी है. ड्रोन के बारे में हम सबको जानकारी है. लेकिन जेट पैक सूट क्या होता है, इसके बारे में हमें बहुत अधिक जानकारी नहीं है. भारतीय सेना ने संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी समग्र निगरानी और युद्धक क्षमता को मजबूत करने के लिए 130 आधुनिक ड्रोन प्रणाली खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन को ‘बाय-इंडियन’ कैटेगरी में फास्ट-ट्रैक प्रक्रिया के तहत खरीदा जा रहा है. इस वर्ग के अंतर्गत ही सेना ने आपात खरीद के तहत 48 जेट पैक सूट खरीदने के लिए इच्छुक इकाइयों से अनुरोध पत्र (RFP ) मांगा है. इस सूट के कई फायद हैं. इसकी मदद से सीमा पर तैनात सैनिक विषम परिस्थितियों में उड़ भी सकते हैं.
इस सूट में पांच गैस टर्बाइन जेट इंजन लगे होते हैं. इसका इंजन 1000 हॉर्सपावर की ऊर्जा पैदा करता है. इसे केरोसिन, डीजल या फिर किसी अन्य फ्यूल से चलाया जा सकता है. जेट पैक सूट की रफ्तार 50 किमो मीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है.
बंधे ड्रोन प्रणाली में ऐसे ड्रोन शामिल होते हैं जो जमीन पर स्थित ‘टीथर स्टेशन’ से जुड़े होते हैं और दृश्य सीमा से परे लक्ष्य की निगरानी लंबे समय तक कर सकते हैं. अधिकारियों ने कहा कि हर ड्रोन प्रणाली में सम्मिलित पेलोड के साथ दो हवाई वाहन, एकल व्यक्ति पोर्टेबल ग्राउंड कांट्रोल स्टेशन, एक टीथर स्टेशन, एक रिमोट वीडियो टर्मिनल और अन्य चीजें होंगी. Tender (निविदा) जमा करने की अंतिम तिथि 14 फरवरी है. सेना ने सहायक उपकरणों के साथ 100 ‘रोबोटिक म्यूल’ की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. अधिकारियों ने कहा कि Tender जमा करने की आखिरी तारीख छह फरवरी है. Jet pack suit . Indian army news.
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बम का पता लगाने और नष्ट करने वाला रोबोट
कुछ दिन पहले ही भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन- DRDO ने भारतीय सेना की ताकत को और बढ़ाने के लिए बम का पता लगाने और नष्ट करने वाला रोबोट विकसित किया है. जल्द ही इस रोबोट को भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा. रोबोट का नाम Confindspace Remotely Operated Vehicle ( कॉन्फिंडस्पेस रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल ) है. इस रोबोट पर 200 से 500 मीटर की दूरी से भी नजर रखी जा सकती है.रेलवे स्टेशनों जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी इस रोबोट को बड़े आराम से चलाया जा सकता है. DRDO के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि रोबोट में कई कैमरे लगे हैं और रोबोट विस्फोटकों को मानवरहित जगहों पर ले जा सकता है और बमों को नष्ट कर सकता है.
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