नई दिल्ली : भारत में सेवा क्षेत्र की वृद्धि जून में सुस्त पड़कर तीन माह के निचले स्तर पर आ गई है. एक मासिक सर्वेक्षण में बुधवार को यह जानकारी दी गई है. हालांकि, भारतीय सेवाप्रदाता लगातार सकारात्मक मांग के रुझान का संकेत दे रहे हैं, जिससे नए कारोबार की मात्रा और रोजगार सृजन में वृद्धि हुई है. मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक जून में घटकर 58.5 पर आ गया. मार्च में यह 61.2 पर था. सेवा पीएमआई का सूचकांक लगातार 23वें महीने 50 से ऊपर बना हुआ है. बता दें कि पीएमआई की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों के विस्तार से है. यदि यह 50 से नीचे है, तो इसका आशय गतिविधियों के संकुचन से होता है.
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, "जून में भारतीय सेवाओं की मांग ऊंची रही. निगरानी वाले सभी चार उप-क्षेत्रों के नए कारोबार में तेज वृद्धि हुई." लीमा ने कहा कि वृद्धि की रफ्तार बढ़ने से कारोबारी गतिविधियों में जोरदार तेजी आई है और इससे रोजगार के आंकड़े भी बेहतर हुए हैं. यह निकट अवधि की वृद्धि की संभावनाओं की दृष्टि से अच्छा है. मूल्य के मोर्चे पर मिला-जुला रुख देखने को मिला है. उत्पादन लागत की वृद्धि कम रही है.