मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 211.16 अंक चढ़कर अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ. विदेशी संस्थागत निवेशकों का निवेश जारी रहने के बीच कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 211.16 अंक यानी 0.34 प्रतिशत चढ़कर 62,504.80 अंक पर बंद हुआ. यह इसका नया उच्च स्तर है. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 407.76 अंक तक चढ़ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 50 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,562.75 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ.
कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लि. में मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ)- निवेश परामर्श- लक्ष्मी अय्यर ने कहा, इस समय रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे बाजार के लिये धारणा और प्रवाह उत्प्रेरक के रूप में काम कर रहे हैं. घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक भी शुद्ध खरीदार बने हुए है. इससे बाजार को गति मिल रही है.
सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक 3.48 प्रतिशत चढ़ा. इसके अलावा नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, विप्रो, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही. दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी लि. और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'प्रतिकूल वैश्विक रुख के बावजूद घरेलू बाजार शुरूआती नुकसान से उबरते हुए रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए. तेल कीमतों में गिरावट से मार्जिन बढ़ने की उम्मीद से तेल एवं गैस शेयर की अगुवाई में तेजी आई. चीन में ‘सख्त लॉकडाउन’ को लेकर विरोध बढ़ने से मांग को लेकर चिंता बढ़ने से तेल एवं गैस के दाम नीचे आए.'
उन्होंने कहा, बाजार की नजर अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल के बुधवार को होने वाले संबोधन पर होगी. बाजार में गति बनाये रखने के लिये उनका यह संबोधन महत्वपूर्ण है. बाजार पहले ही इस बात पर गौर कर चुका है कि नीतिगत दर में वृद्धि कर दर अब धीमी होगी.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को नुकसान में बंद हुआ था. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.03 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 369.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे थे. (पीटीआई-भाषा)