नई दिल्ली : उद्योग के आंकड़ों से पता चलता है कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के स्थानीय विनिर्माण की दिशा में सरकार ने 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत को मोबाइल निर्यात में 85,000 करोड़ रुपये से अधिक का रिकॉर्ड पार करने में मदद की है. इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) द्वारा आईएएनएस को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, स्थानीय विनिर्माण के लिए आकर्षक सरकारी प्रोत्साहन से उत्साहित, भारत ने वित्त वर्ष 2022-2023 में 10 अरब डॉलर मूल्य के स्मार्टफोन निर्यात को पार कर लिया है.
भारत के टॉप 5 मोबाइल आयातक देश
उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं द्वारा संचालित, पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में भारत से स्मार्टफोन का निर्यात दोगुना हो गया है. आईसीईए के आंकड़ों के अनुसार, भारत वर्तमान में शीर्ष पांच वैश्विक गंतव्य यूएई, यूएस, नीदरलैंड, यूके और इटली को मोबाइल फोन निर्यात करता है.
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फोन निर्माता
आईसीईए के अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने इससे पहले आईएएनएस को बताया था, 'मोबाइल फोन उद्योग 40 अरब डॉलर के विनिर्माण उत्पादन को पार कर जाएगा और 10 अरब डॉलर पर 25 फीसदी निर्यात एक शानदार प्रदर्शन है.' भारत में बिकने वाले 97 फीसदी से अधिक स्मार्टफोन अब स्थानीय स्तर पर उत्पादित किए जा रहे हैं. भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता है.