नई दिल्ली: मालदीव के तीन मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के बाद भारत और मालदीव को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) ने सोमवार को ट्रेड एंड टूरिज्म इंडस्ट्री के सदस्यों से आग्रह किया कि वे भारत विरोधी विचारों को देखते हुए मालदीव को बढ़ावा देना बंद करें.
ICC ने किया अपील- मालदीव को बढ़ावा देना बंद करें
एक प्रेस रिलीज में, ICC ने कहा कि इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) की एविएशन और टूरिज्म समिति की ओर से, मैं सभी सदस्यों और इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO), ट्रैवल एजेंटों जैसे टूरिज्म ट्रेड एसोसिएशन से अपील करता हूं. एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई), ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीएएफआई), एडवेंचर टूर ऑपरेशंस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एटीओएआई), एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेशंस (एडीटीआईओ) और एमआईसीई एजेंट भारत विरोधी भावनाओं के मद्देनजर मालदीव को बढ़ावा देना बंद कर देंगे.
मालदीव से बेहतर है लक्षद्वीप और अंडमान
इसमें आगे कहा गया है कि यह इस फैक्ट के बावजूद है कि मालदीव में भारतीय फॉरेन करेंसी और नौकरियों के सबसे बड़े स्रोतों में से एक हैं. ऐसी सभी पूछताछ को लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ओर मोड़ दें जो कई मायनों में मालदीव से भी बेहतर हैं. अन्य डेस्टिनेशन जिन्हें भारत महासागर क्षेत्र में बढ़ावा दिया जा सकता है वे हैं श्रीलंका, मॉरीशस, बाली, फुकेत आदि.
उन्होंने आगे कहा कि मैं मालदीव में परिचालन करने वाले सभी भारतीय कैरियर से अपील करता हूं कि वे अपने परिचालन को निलंबित कर दें और उड़ान योजना के तहत लक्षद्वीप में परिचालन के बारे में गंभीरता से सोचें. एफएचआरएआई और भारतीय होटल एसोसिएशन के सदस्यों से लक्षद्वीप द्वीप में निवेश पर गंभीरता से विचार करें. आगे कहा कि भविष्य में यह आपको मालदीव की तुलना में आपके निवेश पर बेहतर रिटर्न देगा.