नई दिल्ली : भारत और मलेशिया अब अन्य मुद्राओं के साथ-साथ भारतीय रुपये में भी व्यापार कर सकेंगे. विदेश मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले साल जुलाई में भारतीय मुद्रा में विदेशी व्यापार करने की मंजूरी दी थी. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारत और मलेशिया के बीच व्यापार अन्य मुद्राओं के साथ-साथ अब भारतीय रुपये में भी किया जा सकता है." मंत्रालय ने कहा कि आरबीआई की पहल का उद्देश्य व्यापार वृद्धि को सुगम बनाना और वैश्विक व्यापारिक समुदाय के हितों का भारतीय रुपये में समर्थन करना है. विदेश मंत्रालय ने कहा, "क्वालालंपुर स्थित इंडिया इंटरनेशनल बैंक ऑफ मलेशिया (आईआईबीएम) ने भारत में अपने संबद्ध बैंकिंग सहयोगी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के माध्यम से विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता खोलते हुए इस प्रणाली को कार्यान्वित किया है." वोस्ट्रो खातों का उपयोग भारतीय रुपये में भुगतान करने के लिए किया जाता है.
बता दें कि अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ 82.21 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. विदेशी पूंजी निवेश बढ़ने तथा घरेलू शेयर बाजार में तेजी के कारण निवेशकों की कारोबारी धारणा मजबूत हुई. बाजार सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने तथा जोखिम वाली परिसंपत्तियों के लिए मांग बढ़ने के कारण भी रुपये को समर्थन मिला. हालांकि, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आने से पहले अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से रुपये का लाभ कुछ सीमित हो गया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.12 प्रति डॉलर पर मजबूत खुला था. कारोबार के दौरान दोपहर साढ़े तीन बजे अपने पिछले बंद भाव की तुलना में 13 पैसे की तेजी के साथ 82.21 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.