हैदराबाद: साल 2023 की शुरुआत से ही हम छंटनी, नौकरी से निकलाना जैसे शब्द बार-बार सुन रहे हैं. मंदी आने की आशंका से कंपनियां कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा रही हैं. ऐसे में अगर अभी हमारे पास नौकरी हैं, सैलरी मिल रही है. लेकिन हो सकता आने वाले दिनों में हमारे पास नौकरी न रहे, तो हमारी स्थिती खराब हो सकती है. हम मुश्किल में पड़ सकते हैं. अगर अच्छी तरह से तैयार नहीं हुए तो हमें इसका सामना करना मुश्किल हो सकता है. क्या करें जब ऐसे हालात हमें नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर दें?
इमरजेंसी फंड
कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो नौकरी छूट जाने पर भी दो से तीन महीने की सैलरी देती हैं. इससे आपको आर्थिक रूप से बढ़ने में मदद मिलेगी. इसके अलावा हमें खुद से भी तैयार रहना चाहिए. हमारे पास कम से कम छह महीने का इमरजेंसी फंड होना चाहिए. जिससे अप्रत्याशित खर्चों को पूरा करने के लिए एक निश्चित राशि निकाली जा सकती है. हालांकि पूरी रकम एक बार में न निकालें. वेतन का कम से कम 25 प्रतिशत इस इमरजेंसी फंड में लगाया जाना चाहिए. इसे फिक्स्ड डिपॉजिट में रखा जा सकता है.
अधिक खर्च करना बंद करें
आप जिस कंपनी/सेक्टर में काम कर रहे हैं, अगर उसमें छंटनी शुरू हो गई है, तो अपने खर्च को कंट्रोल करें. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बंद कर दें. फिजूल खर्च से बचें. ज्यादा से ज्यादा बचत करने की कोशिश करें. क्योंकि अगर आपको सैलरी मिलनी बंद हो जाती हैं, तो आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान नहीं कर पाएंगे. इससे आपके क्रेडिट इतिहास पर नकारात्मक असर पड़ेगा. खासतौर पर पर्सनल लोन, व्हीकल लोन टॉप-अप आदि न लें. ईएमआई चुकाना भी मुश्किल हो सकता है.