नई दिल्ली : भारत एशिया-प्रशांत देशों में से एक है जहां इस साल की तीसरी तिमाही में कर्मचारियों की हायरिंग में वृद्धि देखी जा सकती है. मंगलवार को एक रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है. मैनपावरग्रुप एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे (ManpowerGroup Employment Outlook Survey) के मुताबिक, 36 फीसदी के साथ भारत जुलाई-सितंबर की अवधि में सबसे ज्यादा पॉजिटिव हायरिंग आउटलुक वाले शीर्ष पांच देशों में शामिल है. वैश्विक लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत पांचवें स्थान पर आ गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक छंटनी और वैश्विक वृहद आर्थिक स्थितियों के बीच 2023 की तीसरी तिमाही में देश में श्रम बाजार सकारात्मक दिख रहा है. कर्मचारियों की संख्या में एशिया पैसेफिक के नियोक्ता वृद्धि (प्लस 31 प्रतिशत) का अनुमान लगाते हैं, हालांकि पिछली तिमाही (प्लस 4 प्रतिशत) की तुलना में इसमें साल-दर-साल थोड़ा कमजोर (माइनस 1 प्रतिशत) है. निष्कर्ष से पता चलता है, सभी क्षेत्रों ने शुद्ध पॉजिटिव हायरिंग आउटलुक दिखाया, हालांकि वैश्विक स्तर पर भर्ती साल-दर-साल कमजोर है.
IT सेक्टर में डिजिटल भूमिकाएं वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक मांग दिखाती हैं, इस साल तीसरी बार सबसे अच्छा आउटलुक है, लेकिन 2022 की तीसरी तिमाही की तुलना में 7 प्रतिशत कम है. आईटी क्षेत्र के संगठन (39 प्रतिशत) सबसे मजबूत आउटलुक दिखाते हैं, इसके बाद एनर्जी और यूटिलिटीज (34 प्रतिशत) का स्थान आता है. लगभग 39,000 नियोक्ताओं के नए सर्वे में, 41 में से 29 देशों ने पिछली तिमाही की तुलना में भर्ती के इरादे में वृद्धि की सूचना दी है.