नई दिल्ली : सरकार मंहगाई को कम करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहती है. इसी क्रम में आरबीआई भी लगातार रेपो रेट को बढ़ा कर मंहगाई पर काबू पाना चाहती है. इसी के परिणाम स्वरूप साल 2022 के नबंवर और दिसबंर माह में रिटेल महंगाई दर 6 फीसदी के नीचे रही. वहीं, थोक मूल्य सूचकांक साल 2022 के दिसंबर में सबसे कम 4.95 फीसदी पर आ गई थी. लेकिन हाल के दिनों में एक बार फिर महंगाई में बढ़ोत्तरी देखी गई. बावजूद इसके केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 4 अप्रैल को ट्वीटर पर एक चार्ट शेयर कर बताया है कि किस तरह सरकार ने 1 साल में महंगाई पर काबू पाया है.
केंद्रीय मंत्री द्वारा जारी किए गए चार्ट के अनुसार पाम ऑयल पिछले साल यानी 2 अप्रैल 2022 को 150 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था. जो इस साल कीमत में 27 फीसदी की गिरावट के साथ 109 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं प्याज के दाम में भी पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है. अब 1 किलो प्याज 28 रुपये की जगह 21 रुपये में मिल रहा है. सूरजमुखी तेल के दाम में 19 फीसदी की कमी आई है. साल 2022 में यह 183 रुपये प्रति लीटर था जो अब 148 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है.
घर घर की रसोई में प्रयोग में लाया जाने वाला सरसों का तेल 18 फीसदी की दर से सस्ता हुआ है. पिछले साल यह तेल 188 रुपये प्रति लीटर के दाम तक पहुंच गया था, लेकिन 1 साल के बाद बाजार में सस्ता बेचा जा रहा है. अब यह तेल 154 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वनस्पति घी प्रति किलो 155 रुपये की जगह 130 रुपये पर बिक रहा है. सोयाबिन तेल के दाम में 15 फीसदी की गिरावट आई है. पहले यह तेल प्रतिकिलो 162 रुपये पर बिक रहा था जो अब 138 रुपये पर बिक रहा है.