नई दिल्ली: वैश्विक निवेश फर्म गोल्डमैन सैक्स ने सुबह 7.30 बजे 3,000 से अधिक कर्मचारियों को बिजनेस मीटिंग के लिए बुलाकर बर्खास्त कर दिया. वरिष्ठ प्रबंधकों के साथ बैठकें 'झूठे बहाने' के तहत गूगल कैलेंडर पर डाल दी गईं. कर्मचारी बैठक के लिए कार्यलय पहुंचे तो उन्हें उनके प्रबंधकों ने नौकरी से निकाले जाने की जानकारी दी . बता दें विश्व भर में छंटनी का दौर जारी है. इससे IIT और IIM पास आउट युवा भी प्रभावित हुए हैं.
न्यूयॉर्क पोस्ट ने बताया कि गोल्डमैन सैक्स के सीईओ डेविड सोलोमन ने टारगेट कर्मचारियों को पिछले सप्ताह अपने न्यूयॉर्क मुख्यालय में झूठी बिजनेस मीटिंग के लिए बुलाया. मीटिंग के लिए जब कर्मचारी सुबह 7.30 बजे सम्मेलन कक्ष में पहुंचे उनके प्रबंधकों द्वारा बताया गया कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. अंदरूनी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया, 'प्रबंधकों को ऐसा करने के लिए खेद था, लेकिन वह मजबूर थे और उन्होंने उन्हें शुभकामनाएं दीं.'
एक अन्य कर्मचारी को एशिया-प्रशांत रीजन में गोल्डमैन समकक्षों के साथ कॉल करने के लिए सुबह 7:30 बजे आने के लिए कहा गया. बर्खास्त किए गए लोगों को तुरंत कार्यालय छोड़ने या सहकर्मियों के आने की प्रतीक्षा करने का विकल्प दिया गया ताकि वे अलविदा कह सकें. गोल्डमैन सैक्स के एक प्रवक्ता ने कहा कि 'फर्म छोड़ने वाले लोगों के लिए यह एक कठिन समय है.'
गोल्डमैन सैक्स के प्रवक्ता ने कहा, 'हम अपने सभी लोगों के योगदान के लिए आभारी हैं और हम उनके बदलाव को आसान बनाने के लिए सहायता प्रदान कर रहे हैं. गोल्डमैन सैक्स में छंटनी को David Demolition Day (डेविड्स डिमोलिशन डे) करार दिया गया है. वैश्विक वित्तीय सेवाओं में छंटनी ने भी भारतीय युवाओं को भी प्रभावित किया है. IIT और IIM स्नातकों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी दुर्दशा साझा की. (आईएएनएस).
ये भी पढ़ें-Layoff news 2023 : एक पखवाड़े में 24 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया नौकरी से, 2022 में कुल इतने कर्मचारियों पर गिरी गाज