मुंबई/नई दिल्ली : कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को कमोबेश स्थिर बंद हुए. उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 22.71 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,655.06 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 59,781.36 अंक और नीचे में 59,412.81 अंक तक गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 0.40 अंक की मामूली गिरावट के साथ 17,624.05 अंक पर बंद हुआ.
कारोबारियों के मुताबिक, वैश्विक बाजारों के कमजोर रहने के अलावा घरेलू दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों की घोषणा के पहले निवेशकों ने सतर्कता की रणनीति अपनाई जिससे बाजार कमोबेश स्थिर रहे. सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से आईटीसी सर्वाधिक 1.99 प्रतिशत की तेजी पर रहा. शेयरों की कीमत में आए उछाल से आईटीसी बीएसई में बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सातवीं बड़ी कंपनी बन गई जबकि एचडीएफसी आठवें स्थान पर खिसक गई.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, पावर ग्रिड, रिलायंस और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भी बढ़त रही. दूसरी तरफ, टेक महिंद्रा, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स और आईसीआईसीआई बैंक को नुकसान उठाना पड़ा.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक बाजारों के साथ घरेलू स्तर पर भी अनिश्चितता बढ़ने से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. हालांकि कारोबार के अंतिम पलों में आईटी और एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों) क्षेत्रों से उसे सहारा मिला. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार में खुद को टिकाए रखने की सोच हावी रही. कारोबार के दूसरे हिस्से में चुनिंदा प्रमुख कंपनियों में खरीदारी होने से निफ्टी को थोड़ा समर्थन मिला."