नयी दिल्ली/मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंकिंग प्रणाली से अतिरिक्त नकदी को बाहर निकालने के उपायों और अपनी प्रमुख उधारी दरों को अपरिवर्तित रखने के फैसले के बाद अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की मजबूती के साथ 82.66 पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि डॉलर के कमजोर होने के बाद रुपये में तेजी आई. हालांकि, घरेलू बाजार के कमजोर होने और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने रुपये के लाभ को सीमित कर दिया.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.81 पर खुला. दिन में कारोबार के दौरान यह 82.66 से 82.86 के दायरे में घूमने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव से 19 पैसे मजबूत होकर 82.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 82.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी नीति बैठक में अपनी प्रमुख ब्याज दर रेपो को अपरिवर्तित रखा, लेकिन अगर खाद्य पदार्थों की कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ती है तो उसने सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है.
रिजर्व बैंक द्वारा नकदी कम करने संबंधी उपाय के कारण बैंकिंग प्रणाली से लगभग एक लाख करोड़ रुपये निकलने की उम्मीद है. हालांकि, बैंकों का कहना है कि इस उपाय से उत्पादक क्षेत्रों की ऋण जरूरतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत गिरकर 102.17 पर आ गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.11 प्रतिशत घटकर 87.45 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा. शेयर बाजार ( Stock Market ) के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 331.22 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.