नयी दिल्ली :रुपये में लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी रही और मंगलवार को यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.28 के स्तर पर बंद हुआ. प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने के चलते रुपये पर दबाव बना. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा शेयर बाजार में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते भी घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.19 पर खुला और दिन के दौरान इसने 83.17 के ऊपरी और 83.27 के निचले स्तर के बीच कारोबार किया. अंत में रुपया 83.27 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट है. रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 19 पैसे की गिरावट के साथ 83.13 पर बंद हुआ. विश्लेषकों ने कहा कि कमजोर एशियाई बाजारों और अमेरिका बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने के बीच मजबूत डॉलर के कारण रुपये में गिरावट आई.
शेयरखान बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के सकारात्मक रुख और कमजोर घरेलू बाजारों में कमजोरी के कारण रुपये में गिरावट आई.उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर में बढ़ोतरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कड़े रुख के बीच वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के कारण रुपये पर दबाव बना रहेगा. निकट भविष्य में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 82.80 से 83.80 के दायरे में बना रह सकता है.