नई दिल्ली : औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़े, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख से इस कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. इसके अलावा विदेशी कोषों की गतिविधियां, रुपये का उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल के दाम भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगे. शुक्रवार को 'डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जयंती' के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे.
इस सप्ताह आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे आने हैं. दुनियाभर में मंदी को लेकर चिंता के बीच बाजार की निगाह प्रबंधन की टिप्पणियों पर रहेगी. अमेरिकी के मुद्रास्फीति और गैर-कृषि रोजगार के आंकड़े भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होंगे. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, 'विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख के अलावा कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव, डॉलर सूचकांक और अमेरिकी में बॉन्ड प्रतिफल से बाजार की दिशा तय होगी.
एक्सपर्ट्स की राय : टीसीएस का तिमाही नतीजा बुधवार को और इन्फोसिस का गुरुवार को आएगा. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष-तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर स्थिरता की वजह से दबाव कुछ कम हुआ. अब सभी की निगाह तिमाही नतीजों पर होगी. वृहद आर्थिक मोर्चे पर फरवरी का औद्योगिक उत्पादन और मार्च का मुद्रास्फीति का आंकड़ा बुधवार को आएगा. मार्च का थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा शुक्रवार को जारी होगा.