नई दिल्ली:सरकारी स्वामित्व वाली गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड से 63,000 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी ने महाराष्ट्र के उसार में अपने आगामी पेट्रोकेमिकल प्लांट के लिए समझौता किया है. 63,000 करोड़ रुपये से अधिक के अनुमानित मूल्य वाले 15 साल के आपूर्ति मैनेज में गेल को उरण में बीपीसीएल की एलपीजी आयात सुविधा से प्रति वर्ष 600,000 टन प्रोपेन की खरीद होगी, जो वर्तमान में प्रति वर्ष 1 मिलियन टन एलपीजी आयात को संभालने में सक्षम है. गेल ने अपने एक बयान में बताया कि हर साल 30 लाख टन प्रोपेन और ब्यूटेन आयात को समायोजित करने के लिए विस्तार किया जा रहा है.
गेल महाराष्ट्र के उसर में 500,000 टन प्रति वर्ष की नेमप्लेट क्षमता के साथ भारत का पहला प्रोपेन डीहाइड्रोजनेशन (पीडीएच) प्लांट का निर्माण कर रहा है. 2025 में इसके परिचालन शुरू होने की संभावना है. यह लीडिंग एंटरप्राइजेज पॉलीप्रोपाइलीन की बढ़ती मांग के साथ पूरी तरह से मेल खाता है, जिसके 2025 तक 6.3 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2020 में 4.9 मिलियन टन से अधिक है.