FSSAI Action: त्योहारों के दौरान एक्शन में FSSAI, मिठाइयों में मिलावट रोकने के लिए बढ़ाई निगरानी
त्योहारी सीजन के दौरान कोइ भी दुकानदार ग्राहकों को मिलावट वाली मिठाई ना बेच पाए इसके लिए FSSAI ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है. पढ़ें पूरी खबर...(FSSAI, EAT RIGHT, FSSAI steps up surveillance on sweets, FSSAI in action during festivals)
नई दिल्ली:त्योहारों के दौरान मिठाइयों में मिलावट की जांच करने के लिए, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने अपने 4,000 राज्य-स्तरीय अधिकारियों को देश भर में मिठाई खुदरा विक्रेताओं और निर्माताओं की निगरानी तेज करने का निर्देश दिया है. भारत में सबसे अधिक मिलावटी वस्तु दूध है और अधिकांश मिठाइयां दूध से बनाई जाती हैं.
एफएसएसएआई (FSSAI) के सीईओ जी कमला वर्धन राव ने EAT RIGHT कार्यक्रम के मौके पर मीडिया से कहा कि आम तौर पर दिवाली त्योहार के दौरान मिठाइयों की खपत बढ़ जाती है. जिसके कारण मिठाइयों में दुकानदार मिलावट करने लगते है. हमने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपने अधिकारियों को मिठाइयों में मिलावट की जांच करने के लिए निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है.
बता दें, राज्य के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को दुकानों का निरीक्षण करने और गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने एकत्र करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि उनसे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा गया है जो गुणवत्ता मानदंडों का अनुपालन नहीं करते पाए गए हैं. इस बीच, एफएसएसएआई (FSSAI) ने इस साल निगरानी नमूनों की संख्या बढ़ाकर 1 लाख कर दी है और अगले साल यह बढ़कर 7 लाख हो जाएगी.
दूध और दूध उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए, राव ने साझा किया कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (National Dairy Development Board) और भारतीय गुणवत्ता परिषद द्वारा संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण, जो लगभग 10,000 नमूने एकत्र करेगा, एक महीने में पूरा हो जाएगा.