नई दिल्ली :भारतीय शेयर बाजारों में लगातार छह माह तक शुद्ध लिवाल रहने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) अब बिकवाल बन गए हैं. उन्होंने सितंबर में अबतक शेयर बाजारों से 4,200 करोड़ रुपये निकाले हैं. यस सिक्योरिटीज (इंडिया) लिमिटेड की मुख्य निवेश सलाहकार निताशा शंकर ने कहा कि आने वाले एक या दो सप्ताह में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की निकासी का सिलसिला जारी रह सकता है.
निवेश अगस्त में 4 माह के निचले स्तर पर था
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा हमें रुपये के तेज उतार-चढ़ाव पर भी नजर रखने की जरूरत है, जो आगे चलकर FPI प्रवाह को प्रभावित कर सकता है.’ डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने इस महीने में आठ सितंबर तक शेयरों से शुद्ध रूप से 4,203 करोड़ रुपये निकाले हैं. इससे पहले एफपीआई का भारतीय शेयरों में निवेश अगस्त में चार माह के निचले स्तर 12,262 करोड़ रुपये पर आ गया था.
मार्च से अगस्त तक FPI लिवाल रहे
इससे पहले एफपीआई पिछले छह माह मार्च से अगस्त तक लगातार भारतीय शेयरों में लिवाल रहे थे. इस दौरान उन्होंने 1.74 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने सितंबर में रुझान में बदलाव के लिए अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने को प्रमुख वजह बताया. उन्होंने कहा कि इसके अलावा डॉलर सूचकांक की मजबूती की वजह से भी FPI के रुख में बदलाव आया है.