नई दिल्ली : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) मई में अबतक भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं. देश के स्थिर वृहद आर्थिक माहौल, जीएसटी संग्रह के मजबूत आंकड़ों और कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों के बीच FPI ने पिछले चार कारोबारी सत्रों में शेयर बाजारों में 10,850 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इससे पहले अप्रैल में एफपीआई ने शेयरों में 11,630 करोड़ रुपये और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये डाले थे.
मार्च में अडाणी ग्रुप में सबसे ज्यादा निवेश
मार्च में एफपीआई का निवेश मुख्य रूप से अमेरिका के जीक्यूजी पार्टनर्स द्वारा अडाणी समूह की कंपनियों में किया गया था. यदि अडाणी समूह की कंपनियों को मिले निवेश को हटा दिया जाए, तो मार्च में एफपीआई का प्रवाह नकारात्मक रहेगा. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आगे चलकर रुपये में मजबूती और चौथी तिमाही के अच्छे नतीजे भारत में पूंजी प्रवाह बढ़ाने में मदद करेंगे.