नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने राजस्व आसूचना निदेशालय के 65वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया. इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने डीआरआई अधिकारियों से एनडीपीएस मामलों में मुख्य संचालकों और अपराधियों और वित्तपोषकों को पकड़ने और उन्हें उनके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाने का आह्वान किया.
वित्त मंत्री ने सभी सरकारों को तस्करी और जंगली वनस्पतियों व जीवों (wild flora and fauna) को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को रोकने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा प्रवर्तन (Enforcement by Directorate of Revenue Intelligence) मामलों में सहयोग पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सभी सरकारों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि तस्करी और गतिविधियों को कैसे रोका जाए, जो हमारे जंगली जीवों और वनस्पतियों को खतरे में डाल रही हैं.
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण साइलो, जिसके बारे में मैं बात करना चाहती हूं, वह है रोकथाम और अवैध व्यापार से निवारण, तस्करी की रोकथाम, और उन चीजों की रोकथाम जिससे देश की संप्रभु सत्ता पर को आंच आए. सीतारमण ने आगे कहा कि सीमा शुल्क अधिकारियों को अवैध व्यापार के नेटवर्क पर अंकुश लगाने के लिए आपस में जानकारी साझा करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए कि साझा की गई जानकारी कार्रवाई योग्य हो. उन्होंने यह भी कहा कि तस्करी या अवैध रूप से व्यापार किए गए सामानों का नेचर पिछले 50-60 सालों में भी नहीं बदला है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि सभी सरकारों के लिए यह जानना काफी जरूरी है कि उन गतिविधियों को कैसे रोका जाए, जो हमारी वनस्पतियों और जीव-जंतुओं को खतरे में डाल रही है. तस्करी करने वाले बेखौफ होकर तस्करी कर रहें है उन्हें पकड़े जाने का डर बिलकुल नहीं है. तस्करों को पता है कि प्रशासन या सीमा शुल्क अधिकारी के गिरफ्त में केवल छोटी मछलियां फंसेगी, हमें तो कोई पकड़ ही नहीं पाएगा.