नई दिल्ली: अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड का 10 महीने के उच्चतम स्तर 4.54 फीसदी पर पहुंचना और डॉलर इंडेक्स का 105.94 तक जाना बाजार के लिए विपरीत परिस्थितियां हैं. और यह एफआईआई की निरंतर बिकवाली में परिलक्षित हो रहा है. सितंबर में अब तक शुद्ध एफआईआई बिक्री का आंकड़ा 20,593 करोड़ रुपये हो गया. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है.
डीआईआई द्वारा 13,748 करोड़ रुपये की खरीदारी से हालांकि बाजार को समर्थन मिल रहा है, लेकिन यह इतना मजबूत नहीं है कि बाजार को भरोसा दे सके. उन्होंने कहा, यह देखना बाकी है कि निकट भविष्य में यह रस्साकशी किस तरह से आगे बढ़ती है. सकारात्मक पक्ष पर, भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत, अच्छी कॉर्पोरेट कमाई की प्रवृत्ति और म्यूचुअल फंड, विशेष रूप से एसआईपी में प्रवाह, सहायक संकेतक हैं.